Thursday, 3 October 2019



मन ही मन की मरम्मत कर रहा है, नीव से निकाल कर ईंटे उखड़े  दिवाले भर रहा है।

Monday, 2 October 2017

खामोश रहूँ या कह दू तुम्हे,
कह दू अगर तो यकीं आये कहा,
दिल से दिल की बात, निगाहों से होने दो तो ही अच्छा,
जुबा तो झूठ बोल देंगे मगर दिल से हकीक़त छुपेंगी कहा.....

Tuesday, 26 September 2017


सुकून की चाहत भी रखे तो किस उम्मीद पर,
कम्बखत उम्मीदों ने ही तो सुकून छिन रखा है|

Tuesday, 5 September 2017


ये जो साँसे चल रही है मेरी आखिर दी हुई सौगात किसकी है,
न है अगर वो पास मेरे तो ये धक् धक् की आवाज किसकी है....

Wednesday, 23 August 2017

ता उम्र सवारते रहे वो खुद को ज़माने के रंग में रंगने के लिये,
कभी देखा नहीं मेरी नजरो में उनका रंग क्या है....

Tuesday, 22 August 2017

अपने स्वार्थ पर मोहब्बत का चोला डाल के इश्क को ज़माने में यो बदनाम न करो,
के बार बार आंधी का दोगलापन देख न जाने कितने पंछी पेड़ो पर बना रहे अपने प्यार का आशिया हटा लेते है ....